Sunday, April 05, 2009

yaad...part-???(forgotten)

पुराणी रसीद के फटे कागज़ के टुकड़े,
पीले होते, 
चन्द धुंधलाते हुए number उनपर लिखे हुए,
आँखें बंद करो तो cannaught place के traffic का शोर,
आवाज़ है, गिनतियाँ है, या बची-कुची वो आखरी याद है?

--If everything seems to be going well, you have obviously overlooked something.---

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